इन दिनों मानव तस्करी को लेकर दिल्ली महिला आयोग काफी सक्रिय है। आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने पहाड़गंज के एक होटल से 39 लड़कियों को छुड़ाया, जिन्हें देह व्यापार के लिए नेपाल से लाया गया था। दिल्ली के मैदानगढ़ी इलाके से भी 16 नेपाली और दो भारतीय लड़कियों को एक तस्कर गिरोह के चंगुल से छुड़ाया गया जिन्हे देश से बाहर भेजने की तैयारी चल रही थी। घर से 68 पासपोर्ट मिले हैं। लड़कियों को शेल्टर होम भेज दिया गया है।आयोग ने दिल्ली के मुनीरका इलाके से भी कुछ दिन पहले कई नेपाली लड़कियों को बचाया था।
स्वाति जयहिंद ने बताया कि मानव तस्करी के इस मामले में बनारस पुलिस ने आयोग से संपर्क किया गया। बनारस पुलिस ने एक घर के आसपास रेकी की और फिर छापा मारकर लड़कियों को छुड़ाया। तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें एक लड़की भी है। इन लड़कियों को खाड़ी देशों को भेजने की तैयारी थी। लड़कियों की उम्र 18 से 30 साल के बीच है।
लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली लाया गया था। इन लड़कियों me से एक लड़की भागने में कामयाब हो गई और उसने बनारस पहुंच कर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। लड़की की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई और इस गिरोह का पता लगाया गया। उसने पुलिस को बताया कि कई बार उसका रेप हुआ और उस को सेक्स कारोबार में धकेला गया। उसने बताया कि पहले उसे दिल्ली लाया गया और यहां से दूसरे देश भेज दिया गया और उसे कई बार बेचा गया। यह गिरोह अब तक 1000 से ज्यादा लड़कियों की तस्करी कर चुका है। तस्करी कर लाई गई लड़कियों-महिलाओं को दूसरे देश में अच्छी नौकरी के नाम पर लाया जाता था और इसके बाद देह व्यापार कराया जाता।
आयोग नेपाली दूतावास में संपर्क कर रहा है।
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