दिल्ली में कल रात वायु की गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में पहुंच गई।लोगों ने कल रात पटाखे छोड़ने के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा तय की गई दो घंटे की सीमा को नजरअंदाज़ किया। रात ग्यारह बजे तक दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 327 रहा।
कल दिन में आनंद विहार में पीएम-10 का स्तर 515 तक पहुंच गया। वजीरपुर और बवाना में पीएम 2.5 का स्तर 400 के आंकड़े को पार कर गया। 301-400 के बीच गुणवत्ता वायु सूचकांक बहुत खराब और 400-500 के सूचकांक को गंभीर माना जाता है। 500 से अधिक का सूचकांक गंभीर आपात स्थिति की श्रेणी में आता है।
दीपावली के आसपास प्रति वर्ष दिल्ली में वायु गुणवत्ता स्तर खराब हो जाता है। इसी के मद्देनजर उच्चतम न्यायालय ने 2018 में प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया था। न्य़ायालय ने कहा था कि केवल हरित पटाखे बनाए और बेचे जा सकते हैं।
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