
कोरोना वायरस को मात देने के लिए पूरा देश जूझ रहा है पूरे देश में लॉक डाउन जारी है। करीब 100 करोड़ से अधिक लोग अपने घरों में कैद होकर इसका पालन कर रहे हैं। इसी बीच लॉक डाउन के उल्लंघन का वीआईपी ट्रीटमेंट मामला सामने आया है। जिसने व्यवस्था पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के प्रमोटर कपिल और धीरज वधवान अपने परिवार के साथ महाबलेश्वर घूमने गए थे। उन्होंने परिवार के साथ लॉक डाउन का नियम तोड़ा। इस केस के बाद प्रशासन को लेकर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं।
दरअसल बात यह है कि डीएचएफएल के प्रमोटर वधवान बंधु महाबलेश्वर घूमने गए हुए थे। उसके साथ उनके परिवार के अन्य सदस्य और कुछ सहायक भी मौजूद थे। जो महाबलेश्वर के अपने बंगले पर पहुंचे आसपास के लोगों ने उनके आने की सूचना पुलिस को दी थी। लेकिन पुलिस वहां पहुंची तो उन्होंने मेडिकल इमरजेंसी को कारण बताया। पुलिस ने इन सभी को क्वारेंटीन में ले लिया है। और लॉक डाउन के उल्लंघन के लिए इन पर केस भी दर्ज किया गया है। सभी 23 लोगों पर धारा 188 के तहत केस दर्ज किया गया है।
इस मामले के सामने आते ही विपक्ष ने उद्धव सरकार पर हमला बोल दिया है। इसी बीच यह भी पता चला है कि वधावन बंधु सरकार की तरफ से ही परमिशन मिलने पर महाबलेश्वर घूमने गए थे। जब वधावन परिवार से महाबलेश्वर आने का कारण पूछा गया तो उन्होंने एक चिट्ठी दिखाइए। चिट्ठी महाराष्ट्र के प्रिंसिपल सेक्रेटरी अमिताभ गुप्ता की थी, जो 8 अप्रैल को जारी की गई थी। इसमें लिखा हुआ है कि वधावन परिवार उनके जान पहचान वाले हैं। वह किसी भी परिवारिक इमरजेंसी की वजह से महाबलेश्वर जा रहे हैं। उन्हें जाने दिया जाए लेकिन जब पुलिस फॉर्म हाउस पहुंची तो ऐसी कोई भी परिस्थिति उन्हें देखने को नहीं मिली।
इसी बीच महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय से खबर मिली है कि अमिताभ गुप्ता को छुट्टी पर भेज दिया गया है जब तक उनके खिलाफ जांच पूरी नहीं की जाती। महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में इस लापरवाही ने प्रशासन पर ही सबसे बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
यह भी पढ़े: ओडिशा सरकार ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ाकर 30 अप्रैल की, ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य
from देश – Navyug Sandesh https://ift.tt/34sgHLb
No comments:
Post a Comment