आजकल के समय में हमारे खानपान के दौरान ही हमें कई तरह की गंभीर समस्याओं का सामना करना पडता हैं क्यों कि जिस प्रकार बाजार में अनाज का दूषित होना पाया जाता हैं तो उससे खानपान का दूषित होना बहुत ही आम बात हैं। एंडोमेट्रियोसिस इसका प्रमुख कारण है। एंडोमेट्रियोसिस के लक्षणों में दर्द, अधिक रक्तस्त्राव व क्रॉनिक पैल्विक दर्द शामिल है।
यह समस्या महिलाओं में पायी जाती हैं। यह उनके प्रजनन अंगों को प्रभावित करती है। जो गर्भाशय में सामान्य रूप से लाइनिंग बनाने वाले एंड्रोमेट्रियम ऊत्तक के गर्भाशय के बाहर बढने के कारण होता है। इसमें माहवारी के दौरान ऊत्तकों में भी ब्लीडिंग होने से ब्लड ओवरी में जमकर गांठ का रूप ले लेता है।
एक सर्वे के अनुसार, 10 में से एक महिला को उनके प्रजनन सालों (आमतौर पर 15 से 49 वर्ष की उम्र के बीच) में यह दिक्कत हो सकती है। इन समस्याओं के समाधान के लिए आपको अपने खानपान को सुधारने की जरूरत हैं जिससे की अन्तःस्त्रावी ग्रन्थी में उचित प्रकार से रक्त संचार हो सकें। नियमित सन्तुलित आहार ग्रहण करें। साथ ही समय समय पर अपने डाॅक्टर से उचित परामर्श लेते रहे।
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