
लखनऊ: भाजपा और आरएसएस की समन्वय बैठक में अमित शाह लखनऊ पहुचे जहाँ उनके साथ आरएसएस के कई सारे पदाधिकारी भी थे| इस दौरान अमित शाह ने कई सारे कार्यकर्ताओ से सीधा संवाद करते हुए मौजूद सांसदों और विधायको का हाल जानने का प्रयास किया तो उन्हें निराशा हाथ लगी| कार्यकर्ताओ ने सीधे तौर पर आरोप लगते हुए कहा की भाजपा का कोई भी बड़ा नेता चाहे वह सांसद हो या विधायक, जनता से नहीं मिलना चाहता और ना ही कोई काम करता है| अमित शाह इन सवालों से असहज हो गए|
करते है उपेक्षा– कई सारे आरएसएस के कार्यकर्ताओ ने कहा की मौजूद नेता उनकी उपेक्षा करते है| कोई कम लेकर जाओ तो करने से कतराते है और हमेशा ही अलग अलग बहाने बना देते है| कानून व्यवस्था का मुद्दा उठा, सड़कों पर चेकिंग के नाम पर पुलिस वसूली, थानों पर सुनवाई नहीं, सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार, गंगा की सफाई और कुंभ मेले को लेकर भी शिकायतें हुईं| सबसे अधिक शिकायत संघ की तरफ से की गई| संघ के कार्यकर्ताओ ने कहा की “बहुत सारे मौजूदा सांसद और विधायक है जिनकी छवि बहुत अधिक खराब हो चुकी है और उन्हें टिकट ना दिया जाए क्योकि वो बहुत बुरी तरह से हारेगे| इसके अलावा यह भी मुद्दा उठाया गया की राम मंदिर क्यों नहीं बन रहा है|
शाह ने सुनी शिकायत, कही ये बात– अमित शाह ने इस दौरान सबकी शिकायते सुनी और कहा की मोदी सरकार को फिर से सत्ता में लाना है और देशहित में कम करना है| इसके अलावा वो आगामी 29 तारिख को एक और बैठक लेगे जिसमे व सभी मंत्रियों और विधायको का रिपोर्ट कार्ड देखेगे|
from देश – Navyug Sandesh https://ift.tt/2yxoMje
No comments:
Post a Comment