बहुत से लोग जब कभी परेशान होते हैं या उनके मन में घबराहट होती है तो वह नाखून चबाते हैं। लेकिन नाखून चबाना मतलब कई बीमारियों को बुलावा देना होता है। कई बार नाखून खाते-खाते घाव हो जाते हैं तो कभी खून भी निकलने लगता है। अगर आप भी ऐसा करते हैं और इसे सामान्य मानते हैं तो संभल जाइए। आपको वास्तव में पिकिंग डिसॉर्डर है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-
नाखून के आसपास खुजली होने वाली त्वचा को बार-बार खीचने का मन करता है। कुछ लोगों में यह अनुवांशिक भी होता है जो की स्वभाव में उतार-चढ़ाव के दौरान ऐसी हरकते करते रहते हैं। नाखून चबाना और बाल खींचना इसी में आता है।
यह ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसॉर्डर है जिसमें व्यक्ति एक काम को बार-बार दोहराने लगता है। यहां देखने वाली बात यह है कि व्यक्ति को यह पता होता है कि यह उसे बार-बार नुकसान पहुचाएगा। लेकिन फिर भी देर तक वह इसी काम को करते रहते हैं जिसे उन्हें नुकसान पहुंचे। समय रहते इसका उपचार करना बहुत जरूरी है।
एसपीडी थिरेपी के लिए डाॅक्टर की मदद की आवश्यकता तो होती है ही, साथ ही आप स्वयं भी कुछ कार्य कर सकते हैं। इसके लिए आप चाहें तो इसे ध्यान हटाने के लिए कुछ और काम करना शुरू कर दें जब आपका मन नाखून चबाने को करें तुरंत आप अपना ध्यान किसी और काम में लगा लें। जब आपका ध्यान किसी और काम में लगता है तो आप इसे करना भूल जाएंगे। उंगली को सुंदर बनाने के लिए अपने नाखूनों को पूरा ध्यान रखें। समय-समय पर मेनिक्योर करवाएं।
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