Thursday, April 25, 2019

पचास के बाद कुछ ऐसा हो आपका मेकअप

जैसे-जैसे उम्र बढ़ने लगती है, व्यक्ति के पहनावे और रहन-सहन में बदलाव आने लगता है। कहते हैं कि हर चीज उम्र के हिसाब से ही अच्छी लगती है। यह नियम मेकअप पर भी लागू होता है। अगर आप पचास पार कर चुकी हैं, तो यह जरूरी है कि आपका मेकअप भी उसी के अनुरूप हो। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-

उम्र के इस पड़ाव में अपने चेहरे की कमियों को छिपाने के लिए हैवी मेकअप करना उचित नहीं है। जरूरी है कि आप स्मार्टली मेकअप करें। मसलन, जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है होंठ पतले होते जाते हैं। जाहिर है पतले होंठों को मोटा दिखाने के लिए आपको एक खास तकनीक अपनानी होगी। मसलन न्यूट्रल कलर्ड लिपलाइनर से लिपलाइन बनाने के बाद हल्की लिपस्टिक लगाएं और होंठों के बीचोंबीच शाइनी ग्लॉस लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि होंठों की आउटलाइन बनाने के लिए कभी भी गहरे और कॉन्ट्रास्ट कलर का लिपलाइनर न चुनें।

उम्र के इस पड़ाव में अपनी मेकअप किट से शिमर और पर्ल कलर्स काे बाहर कर दें। यह बारीक रेखाओं को आसानी से फोकस कर देते हैं। इनके बजाय न्यूट्रल शेड्स को प्राथमिकता दें, जो आसानी से ब्लेंड हो जाएं।

इस उम्र में आमतौर पर महिलाएं जो भूल करती हैं, वह है पूरे चेहरे पर बेस लगाना। इसके लिए टिंटेड मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करना अधिक सुरक्षित होगा। यही नियम होंठों के मेकअप के साथ भी लागू होता है। चेहरे के किसी एक हिस्से को ही फोकस करना समझदारी है।

50 की उम्र के पार की महिलाओं के लिए मेकअप प्राइमर सबसे जरूरी मेकअप प्रोडक्ट है। प्राइमर लंबे समय तक मेकअप को बरकरार रखता है और इससे चेहरे पर खास चमक नजर आती हैं। इसलिए बेस से पहले इलुमिनेटिंग प्राइमर लगाना न भूलें।

उम्र बढ़ने के साथ.साथ आंखों के आकार में भी बदलाव आता है। त्वचा में कुदरती नमी और लचीलेपन में कमी आने के कारण आंखें पहले से थोड़ी छोटी हो जाती हैं। ऐसे में लिक्विड आइलाइनर के बजाए पेंसिल आइलाइनर का इस्तेमाल करना ठीक रहता है। बहुत ही प्रॉमिनेंट आई लुक इस उम्र में अच्छा नहीं लगता। पेंसिल का कलर भी हल्का होना चाहिए।



from लाइफस्टाइल – Navyug Sandesh http://bit.ly/2IRnsO9

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