Saturday, June 29, 2019

दूर-दूर से आते हैं लोग यहां कीचड़ में नहाने

आमतौर पर लोग गंगा, यमुना या अन्य नदियों में जाकर स्नान करते हैं ताकि उनके पाप धुल जाएं. भारत में कुंभ और महाकुंभ का आयोजन भी इसलिये ही किया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी कीचड़ में स्नान करने के लिए लोगों को दूर-दराज से आते सुना है शायद नहीं. जी हां, दुनिया में एक ऐसी जगह है जहां पर लोग कीचड़ में नहाने आते हैं और कीचड़ में नहाकर खुद को बीमारियों से रहित कर लेते हैं. इस कीचड़ में कुछ ऐसा है कि 20 सालों से लोग यहां आ रहे हैं.

दरअसल ये कीचड़ अजरबैजान का गोबुस्तान नेशनल पार्क यूनेस्को की विश्व धरोहरों में शामिल है. हां करीब 20 ज्वालामुखीय कुंड हैं. इनमें नहाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद बताया जाता है. गोबुस्तान में करीब 20 साल बाद कीचड़ से भरा ज्वालामुखी सक्रिय होता है, इस दौरान कीचड़ काफी दूर दूर तक फैल जाता है.वैज्ञानिकों का मानना है कि कीचड़ के इन कुंडों को हजारों साल पहले इंसान से खोजा और इनका इस्तेमाल करना शुरू किया. ज्वालामुखी गतिविधियों से बनने वाले इन कुंडों में गर्म कीचड़ होता है. लोगों को चेतावनी दी जाती है कि वह तापमान चेक करने के बाद ही कुंड में जाएं. इन कुंडों के जरिये बहने वाला कीचड़ देर सबेर मिट्टी के ढेर में तब्दील हो जाता है. स्थानीय लोग उस मिट्टी का भी इलाज के लिए इस्तेमाल करते हैं.

कीचड़ से नहाने में दूर होती हैं बीमारियां

अजरबैजान के गोबुस्तान नेशनल पार्क के कुंडों में स्नान करने के लिए हर साल दुनिया भर से हजारों सैलानी आते हैं. आपको बता दें, अजरबैजान की गिनती उन देशों में होती है जहां सबसे बड़े कुंड हैं. इस बारे में कई लोगों का मानना है कि कीचड़ से भरे इन कुंडों में स्नान करने से सांस और त्वचा की बीमारियों से राहत मिलती है.



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