केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार पी. चिदंबरम या किसी अन्य व्यक्ति के खिलाफ बदला लेने कि भावना से काम नहीं कर रही है।
नितिन गडकरी ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि वह पी. चिदंबरम ही थे जो यूपीए सरकार के समय में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ उन्हे भी फर्जी के मामले में फसाने की कोशिश में लगे हुए थे, लेकिन अदालत में सभी निर्दोष साबित हुए थे। नितिन गडकरी ने अपने दिये हुए बयान में यह भी कहा कि ‘हम तबादला लेने वाले लोग नहीं है’।
वहीं दूसरी तरफ पी. चिदंबरम वित्त मंत्री पद का फायदा उठाते हुए झूठे मामले दर्ज करा रहे थे। आपको बता दे कि चिदंबरम जब काँग्रेस के समय में वित्त मंत्री थे तब उन्होने मोदी, शाह, और नितिन गडकरी के खिलाफ फर्जी का आरोप लगाया था। गडकरी ने कहा कि ‘चिदंबरम ने हम सभी को फसाने की कोशिश की है लेकिन हम सभी अदालत में निर्दोष साबित हुए।
चिदंबरम ने गृह मंत्री रहते हुए क्या-क्या किया है इस बात से पूरा देश वाकिफ है। गडकरी ने पी. चिदंबरम के खिलाफ दर्ज धन शोधन के मामले मे सभी सबूत होने और पूछताछ की भी बात बताई। उन्होने कहा कि यह मामला बहुत ही गंभीर है और इसका फैसला अदालत ही करेगी।
चिदंबरम अभी जमानत पर बाहर आए है परंतु इस से यह साबित नहीं हो जाता कि वे निर्दोष है। उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच कानून के प्रक्रिया के अनुसार हुई है। उच्चतम न्यायालय ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज आईएनएक्स मीडिया हवाला मामले में चिदंबरम को 106 दिनों के बाद जमानत दे दी है।
पी. चिदंबरम पर यह आरोप है कि उन्होने आईएनएक्स मीडिया को गलत तरीके से विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड मामले में गलत तरीके से मदद की थी। सीबीआई ने वर्ष 2017 में इस मामले के खिलाफ केस दर्ज किया था और चिदंबरम को पहली बार 21 अगस्त को सीबीआई के द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
– गौतम झा
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