Thursday, January 30, 2020

भारतीय फुटबाल के कैंसर से लड़ने वाले कोच की कहानी है अजय देवगन की मैदान

अजय देवगन ने अपनी पिछली फिल्म ताना जी द अनसंग वॉरियर में अपने एक्टिंग के दम पर दर्शकों का दिल जीत लिया था। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा कमाल किया था, और 200 करोड़ के क्लब में शामिल हो चुकी है। अब अजय देवगन मैैदान फिल्म लेकर आ रहे है। जो कि फुटबाल पर आधारित है। अजय ने इस फिल्म को लेकर सोशल मिडिया पर पोस्टर शेयर किया है। इस फिल्म में भारत की फुटबाल टीम जिसने 1956 के संमर अलोंपिक में सेमीफाइनल तक पहुचनें के सफर को दर्शाया गया है।

इस फिल्म में अजय देवगन एक कोच का किरदार निभा रहे है जो कैंसर से पीडित है। और जिसका नाम सैय्यद अब्दुल रहीम का किरदार निभा रहे है। रहीम पेशे से टीचर थे वह बाद में हैदराबाद सिटी पुलिस के कोच बनें। उनके काम को देखते हुए 1950 में भारतीय टीम के कोच और मेनेजर बनें। कहा जाता है कि भारतीय टीम 1952 में हेलसिकी में अलोंपिक खेलने गए थे। जिसमें टीम बिना जूते के खेली और बुरी तरह से हार गई थी। बाद में कोच ने फैसला किया कि भारतीय टीम जूते पहनकर मैदान में उतरेगीं। फिर जब 1956 में मेलबर्न में अलोंपिक हुआ तो इंडिया ने आस्ट्रेलिया को हराकर काफी बड़ा उलटफेर किया। भारतीय टीम ने सेमीफाइनल खेला और हार गई थी। भारतीय फुटबाल टीम ने ऐसा पहली बार हुआ था  जो आज भी इतिहास है।

इस फिल्म को बधाई हो के डायरेक्टर अमित शर्मा ने निर्देशन किया है। फिल्म 27 नंवबर 2020 को रिलीज होगी। 11 जून 1963 को कोच रहीम की मौत हो गई थी।



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