
लॉकडाउन के दौरान मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ता जा रहा है। ऐसे में अकेलेपन का खतरा स्वास्थ्य पर गंभीर परिणाम डाल सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि लंबे समय तक अकेले रहने से एंग्जाइटी, डिप्रेशन और डेमेशिया जैसी बीमारी हमें घेर सकती है। इन समस्यायों से बचने के लिए घर पर ही मानसिक दबाब को कम करने का प्रयास करें। इसके लिए सबसे पहले टीवी, फोन और लैपटॉप से खुद को कुछ समय के लिए दूर रखना शुरू कर दे ताकि कुछ आराम मिले।
सोशल मीडिया, टीवी, फोन और लैपटॉप पर कम समय व्यतीत करने से आपको आसपास की जानकारी के अतिप्रवाह से निपटने में मदद मिलेगी। डिजिटल डिटॉक्स के अलावा अपनी दिनचर्या में समय से सोना, उठना और सही समय पर खाना आदि नियमित रखे। ऐसा करने से आपको मानसिक रूप से व्यवस्तिथ रहने में काफी मदद मिलेगी। यही नहीं दिमाग को व्यस्त रखने के लिए बालकनी में गार्डनिंग, पेंटिंग या जो भी ऐसे कलात्मक काम हो, उन्हें अधिक समय देवें।
व्यायाम करें, लेकिन इसका तनाव न लें। दरअसल मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में व्यायाम काफी महत्वपूर्ण होता है। यदि हार्ड वर्कआउट करने के अभ्यस्त नहीं है तो आसान व्यायाम करने का प्रयास करें। जिसमें शरीर को हिलाये और थोड़ा स्ट्रेच करें। इसके अलावा घबराहट या चिंता से निपटने के लिए ग्राउंडिंग प्रैक्टिस को भी आप दिनचर्या में शामिल कर सकते है। ग्राउंडिंग प्रैक्टिस के कई तरीके आपको इंटरनेट पर सर्च करने पर मिल जायेगे।
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