
पूरा देश कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लॉकडाउन है। इस लॉकडाउन की वजह से आमजन के सामने कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो गई है। जिस वजह से कई समाजसेवी संगठन और राजनीतिक कार्यकर्ता गरीब और परेशान लोगों के लिए इस संकट की घडी में राहत सामग्री उपलब्ध करवा रहे है। इस दौरान राजनीतिक संगठनों और नेताओं द्वारा राहत सेवाएं उपलब्ध कराने के बहाने खुद का प्रचार भी किया जा रहा है, जिससे राजस्थान सरकार नाराज है।
दिल्ली से लेकर प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व में इस बात को लेकर गहरी नाराजगी है। दरअसल संकट में लोगों को दिए जाने वाले राशन किट पर नेताओं और विधायक स्वयं की फोटो चिपकाकर प्रचार करने में जुटे है। इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने ऐसे नेताओं और कार्यकर्ताओं की सूची तैयार करने के निर्देश दिए है, जो बिना प्रचार लोगों की सेवा कर रहे है। ऐसे नेताओं का हालात सामान्य होने के बाद सम्मान किया जायेगा।
प्रदेश कांग्रेस की ओर से कार्यकर्ताओं को ये भी निर्देश दिए गए है कि, इस समय में जो भी दुकानदार और व्यापारी कालाबाजारी कर रहा है उसका नाम उजागर किया जाए ताकि सरकार उन लोगों पर सख्त कार्यवाही कर सके। पायलट ने कार्यकर्ताओं को लॉकडाउन पालन के लिए जागरूकता फैलाने के लिए भी कहा है। बता दे राहत सामग्री वितरण में अपना प्रचार करने में जुटे नेताओं में गहलोत कैबिनेट के कई मंत्री भी शामिल है।
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