Wednesday, August 12, 2020

अनगिनत फायदों से भरपूर है पीपल का यह पत्ता

हमारे यहाँ हजारों सालों से लोग पीपल के पेड़ को लगातार पूजते आ रहे हैं। सम्पूर्ण धरती पर समस्त पेड़ों में यही एक ऐसा पेड़ है जो सबसे अधिक ऑक्सीजन छोड़ता है। यह पेड़ 24 घंटे ऑक्सीजन देने के अलावा कई प्रकार की बीमारियों से भी बचाता है।

पीपल के पेड़ के सूखे फल, जड़ और यहां तक कि इसके बीज भी हमारे शरीर के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद हैं। आइए आपको बताये इसके अनगिनत फायदों के बारे ……….

नजला-जुकाम : इसके पत्तों का चूर्ण गुनगुने पानी में थोड़ी सी मिश्री के साथ मिलाकर पीने से नजला-जुकाम तक भी ठीक हो जाता है। यदि किसी को कई सालों से जुकाम रहता है तो इस सेने से वो भी ठीक हो जाता है।

घाव भरें : चोट के घावों को जल्दी भरने के लिए पीपल के पत्तों को गर्म कर लें और चोट के घाव पर लगाएं। इससे घाव को अराम मिलेगा और जल्द ही वह भरने लगेगा।

एडिय़ां मुलायम बनाएं : पीपल के पत्तों से निकलने वाले दूध को फटी एडिय़ों पर लगाने से एडिय़ां कोमल और सामान्य हो जाती हैं।

नकसीर : गर्मी में अक्सर नक्सीर फूटने की समस्या हो जाती है। ऐसे में पीपल के ताजे पत्तों का रस निकालकर नाक में टपकाए, इससे नाक से लगातार बह रहा खून रूक जाएगा और नकसीर जैसी समस्या से आराम मिलेगा।

झुर्रियां : पीपल के पेड़ की जड़ को पानी में भिगोकर इसको पीस लें और फिर इस पेस्ट को फेस पर लगाएं। सूखने पर चेहरा धो लें। इस पैक को नियमित लगाने से चेहरे पर बढ़ती हुई उम्र की वजह से आई झुर्रियां खत्म हो जाती हैं।

दाद-खाज और खुजली : दाद-खाज दूर करने के लिए पीपल के 4 पत्तों को चबाकर सेवन करें। यदि ऐसा नहीं कर सकते हो तो पीपल के पेड़ की छाल का काढ़ा बना लें और इसे दाद व खुजली वाली जगह पर लगाएं।

पेट ठीक करें : कब्ज, गैस और पेट दर्द आदि की समस्या को दूर करने के लिए पीपल के ताजे पत्तों को जूस सुबह-शाम पीएं। इस जूस को पीने से वात और पित्त भी ठीक हो जाते है।

दमा : दमा के रोगियों के लिए पीपल वरदान से कम नहीं है। पीपल के पेड़ की छाल के अंदर के हिस्से को निकाल लें और इसे सूखा लें। सूखने के बाद इसका बारीक चूर्ण बना लें और पानी के साथ दमा रोगी को दें।

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