भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने आधार के डाटा लीक मामले पर चल रही बहस को लेकर अपनी सफाई पेश की है। यूआईडीएआइ ने कहा है कि किसी ने आधार कार्ड की छवि को लेकर यह भ्रांतियां फैलाई हैं। मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक यूआईडीएआई ने कहा है कि गूगल की डिफॉल्ट का फायदा उठाकर कुछ खुराफाती लोगों ने यह काम किया है। साथ ही यूआईडीएआई ने कहा है कि फोन के कॉन्टैक्ट लिस्ट में दर्ज नंबर के जरिये उस फोन की सूचनाएं नहीं चुराई जा सकती हैं।
प्राधिकरण ने आज कहा कि गूगल की एक गलती से उसका (प्राधिकरण का) पुराना हेल्पलाइन नंबर 18003001947 कई मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं की कॉन्टैक्ट लिस्ट में आ गया था। इसको लेकर यह अफवाह फैल गई थी कि इस हैल्पलाइन नंबर से उस फोन की सारी कॉन्टैक्ट लिस्ट और उस मोबाइल से जुड़ी हर जानकारी लीक हो सकती है।
अनुच्छेद 35 ए पर सुनवाई आज, अमरनाथ यात्रा रोकी
यूआईडीएआई ने साफ किया है कि किसी भी तरह घबराने की जरूरत नहीं है। यूआईडीएआई ने लोगों से यह भी अपील की है कि अगर लोग चाहें तो यूआईएडीआई के नये हेल्पलाइन नंबर 1947 को अपने मोबाइल में सेव कर रख सकते हैं। गौरतलब है कि फ्रांस का साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ होने का दावा करने वाले एक ट्विटर यूजर ने पिछले सप्ताह ट्वीट कर इस अफवाह को जन्म दिया था।
उसने प्राधिकरण को संबोधित करते हुए इस ट्वीट में कहा था कि अलग-अलग मोबाइल फोन सेवा कंपनियों के ग्राहक जिनके पास आधार कार्ड है या नहीं और जिन्होंने एमआधार एप का इस्तेमाल भी नहीं किया है, उनके भी फोन की कांटैक्ट सूची में आपका हेल्पलाइन नंबर उन्हें बताये बिना क्यों दर्ज कर दिया गया है?
इसके बाद सोशल मीडिया पर आधार के खिलाफ अफवाहों का दौर चलने लगा था जिसके कारण सरकार भी हरकत में आयी और गूगल को बयान जारी कर अपनी भूल माननी पड़ी।
The post कांटैक्ट लिस्ट में दर्ज नंबर से मोबाइल की सूचनाएं नहीं चुराई जा सकती: यूआईडीएआई appeared first on Navyug Sandesh.
from देश – Navyug Sandesh https://ift.tt/2vJPwuK
No comments:
Post a Comment