Wednesday, October 31, 2018

मोदी ने किया पटेल की प्रतिमा का उद्घाटन, बोले पटेल को सम्मान देने पर हमारी आलोचना होती है

अहमदाबाद: देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्टेचू ऑफ़ यूनिटी नाम की प्रतिमा का उद्घाटन किया| यह प्रतिमा देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की याद में बनाई गई है और आज उनके जन्मदिन के मौके पर इसका उद्घाटन किया गया है| यह प्रतिमा विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमाओ में से एक है और इसकी उचाई लगभग 182 मीटर है| इस मौके में बोलते हुए मोदी ने कहा की “आज हम पटेल जैसे महापुरुष का सम्मान करते है तो देश में हमारी आलोचना हो जाती है जैसे की हमने कोई अपराध कर दिया हो”|


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लेना पड़ता वीसा– मोदी ने कहा की “अगर सरदार ना होते तो आज हमे कच्छ से कन्याकुमारी तक जाने के लिए वीसा लेना पड़ता और एक ही देश में कई देश होते| आज हम देश में कही भी बिना रोक टोक के आ जा रहे है तो इसका सीधा श्रेय पटेल को ही जाता है| कश्मीर से कन्याकुमारी तक बिना किसी रोक टोक के अगर ट्रेन चल रही है तो वो सरदार की वजह से है| आज हमे अपने स्वर्णिम इतिहास को देखने का मौक़ा मिला है और इससे मैं खुश हो गया हूँ| ये प्रतिमा भारत के करोडो युवाओं के लिए सम्मान की बात है और बताती है की कैसे उनके सपनो को जिन्दा रखा जाएगा| सरदार का सामर्थ्य तब काम आया जब भारत कई सारी रियासतों में बटा हुया था और दुनिया को लगता था की भारत अपनी विविधताओ की वजह से बिखर जाएग लेकिन सरदार ने सबको एक कर दिया और देखते ही देखते एक अखंड भारत का निर्माण हो गया| उन्होंने 5 जुलाई, 1947 को रियासतों को संबोधित करते हुए कहा था कि विदेशी आक्रांताओं के सामने हमारे आपसी झगड़े, आपसी दुश्मनी, वैर का भाव, हमारी हार की बड़ी वजह थी| अब हमें इस गलती को नहीं दोहराना है और न ही दोबारा किसी का गुलाम होना है| सरदार के साथ साथ हमारे देश के रजवाडो ने भी बलिदान किया था जिसे हमे नहीं भूलना चहिये|

कमजोरी को बनाया ताकत-मोदी ने कहा की “जिस कमज़ोरी पर दुनिया हमें उस समय ताने दे रही थी, उसी को ताकत बनाते हुए सरदार पटेल ने देश को रास्ता दिखाया। उसी रास्ते पर चलते हुए संशय में घिरा वो भारत आज दुनिया से अपनी शर्तों पर संवाद कर रहा है, दुनिया की बड़ी आर्थिक और सामरिक शक्ति बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है| देश के लोकतंत्र से सामान्य जन को जोड़ने के लिए वो हमेशा समर्पित रहे| महिलाओं को भारत की राजनीति में सक्रिय योगदान का अधिकार देने के पीछे भी सरदार पटेल का बहुत बड़ा रोल रहा है| जो लोग भारत को तोडना चाहते है ये प्रतिमा उन्हें याद दिलवाएगी की भारत एक था, एक है और हमेशा एक ही रहेगा| ये ऊंचाई, ये बुलंदी भारत के युवाओं को ये याद दिलाने के लिए है कि भविष्य का भारत आपकी आकांक्षाओं का है, जो इतनी ही विराट हैं| इन आकांक्षाओं को पूरा करने का सामर्थ्य और मंत्र सिर्फ और सिर्फ एक ही है- एक भारत, श्रेष्ठ भारत|

करोडो भारतीयों का सपना– मोदी ने कहा की “करोड़ोभारतीयों की चाह थी जिस शख्स ने देश को एक किया उसे भी सम्मान मिलना चहिये और आज उन्हें ये सम्मान देकर मैं खुद को गौरान्वित महसूस कर रहा हूँ| मोदी ने विरोधियो पर तंज कसते हुए कहा की “कई बार तो मैं हैरान रह जाता हूं, जब देश में ही कुछ लोग हमारी इस मुहिम को राजनीति से जोड़कर देखते हैं| सरदार पटेल जैसे महापुरुषों, देश के सपूतों की प्रशंसा करने के लिए भी हमारी आलोचना होने लगती है| ऐसा अनुभव कराया जाता है मानो हमने बहुत बड़ा अपराध कर दिया है| इसके अलावा मोदी ने देश में चल रही कई सारी योजनाओ का भी जिक्र किया| इस मौके पर सूबे के सीएम विजय रुपानी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, एमपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आदि मौजूद रहे|



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