श्रीलंका में हुए आतंकी हमलों के बाद सरकार ने यह स्वीकार किया है कि अगर उसने उपलब्ध खुफिया सूचनाओं पर कार्रवाई की होती हो रविवार के आतंकी हमलों को टाला जा सकता था। यह भी सामने आ रहा है कि देश में गिरजाघरों और होटलों में रविवार के हमले कुछ समय पूर्व न्यूजीलैंड में मस्जिद में मुसलमानों की हत्या का बदला लेने के लिए किए गए। संसद में विशेष बयान में रक्षा मंत्री रूवान विजयवर्दना ने बताया कि इस संबंध में मिली जानकारी की छानबीन की जा रही है। इन हमलों में 38 विदेशियों सहित 321 लोग मारे गए।
आतंकी हमलों के बाद अभी भी श्रीलंका में तनाव की स्थिति बनी हुई है। किसी नये हमले को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाये जा रहे है। रात्रि कर्फ्यू जारी है। स्कूल, कॉलेजों को पूरे सप्ताह के लिए बंद रखा जा रहा है। प्रधानमंत्री डेनियल विक्रमसिंघे ने माना है कि जनजीवन सामान्य होने में कुछ वक्त लग सकता है। उन्होंने इस्लामिक संगठन आईएसआईएस के हमले की जिम्मेवारी लेने के बारे में कहा कि पुलिस को उसका शक था और इस बारे में छानबीन जारी है। विक्रमसिंघे ने यह भी कहा है कि घटना के पीछे सभी गिरफ्तारियां स्थानीय लोगों की हुई है, लेकिन इनमें कईयों के तार विदेशों से जुड़े हुए हैं।
from देश – Navyug Sandesh http://bit.ly/2IEObhA
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