Sunday, April 19, 2020

COVID-19 से बचाव में मददगार है ‘आरोग्य सेतु ऐप’, जानें कैसे करती है काम?

कोरोनावायरस महामारी का डटकर सामना आज पूरा देश कर रहा है। संकट की इस घड़ी में सुरक्षित रहने के लिए लोगों ने खुद को घर तक ही सीमित रखा हुआ है। इस घातक बीमारी से बचने के केवल 2-3 तरीकें ही बताए जा रहे हैं जिनमें मास्क पहनना, सैनिटाइज़र का प्रयोग करना और सोशल डिस्टेंसिंग बरक़रार रखना शामिल हैं।। सरकार द्वारा भी कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए हाल ही में एक ऐप को तैयार किया गया है जिसका नाम ‘आरोग्य सेतु’ रखा गया है। तो चलिए जानते हैं आरोग्य सेतु ऐप के बारे में –

किस काम आती है आरोग्य सेतु ऐप?

कोरोना वायरस संक्रमण पूरे देशभर में तेज़ी से फैल रहा है। ऐसे में यह ऐप सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रखने और इंफेक्शन को फैलने से रोकने का कारगर तरीका है। यह सोशल डिस्टेंसिंग को बढ़ावा देने के साथ-साथ लोगों को कोविड-19 संक्रमण के बारे में जागरूक रखती है। आरोग्य सेतु ऐप एक तरह ही कोरोना वायरस ट्रैकर है। यह संपर्क ट्रेसिंग के बेसिस पर वर्क करती है। साथ ही यूज़र्स को उसके एरिया के आसपास के संभावित वायरस ‘हॉटस्पॉट’ के बारे में बताती है। इसके जरिए लोग खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। साथ ही यह ऐप कम्यूनिटी ट्रांसमिशन को रोकने में भी अहम भूमिका निभाती है। यह ऐप जियोटैगिंग के बेसिस पर भी काम करती है। इसके जरिये एक यूज़र के आसपास के संक्रमण के मामले पता लग पाते हैं।

कैसे काम करती है ये ऐप ?

1 सबसे पहले फोन में इस ऐप को डाउनलोड करें

यह ऐप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों फोन्स के लिए प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। इसे डाउनलोड करें और एप खोजने के लिए सर्च बार में ‘AarogyaSetu’ टाइप करें।

2. अब अपनी पसंद की भाषा चुनें

आरोग्‍य सेतु एप कुल 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्‍ध है। इसे आप अपने फोन में इंस्‍टॉल कर लें और फिर उसके बाद एप को ओपन करके अपनी पसंदीदा भाषा को सिलेक्ट करें।

3. इनफॉर्मेशन पेज ओपन होगा

इनफॉर्मेशन पेज पर लिखित सभी बातों को गौर करके पढ़ें। अब ‘रजिस्‍टर नाउ’ बटन को दबाएं।

4. ब्‍लूटूथ ऑन रखें

आरोग्‍य सेतु एप को काम करने के लिए ब्‍लूटूथ और जीपीएस डेटा की आवश्यकता पड़ती है। कॉन्‍टैक्‍ट ट्रेसिंग के लिए यह ऐप यूज़र के फोन नंबर, ब्लूटूथ और लोकेशन डेटा का यूज़ लेती है। साथ ही यह इस बात की जानकारी देती है कि आप कोविड-19 के खतरे के दायरे में है या नहीं।

5. अब मोबाइल फोन को रजिस्‍टर करें

इसके बाद यूज़र को अपने मोबाइल नंबर को रजिस्‍टर करने की जरूरत पड़ती है। यूज़र का मोबाइल नंबर ओटीपी के जरिये वेरिफाई किया जाता है। फिर यूज़र को एक फॉर्म भरना होता है जिसके तहत नाम, उम्र, पेशा और विदेश यात्रा आदि से संबंधित प्रश्न लिखे होते हैं।

6. ग्रीन कोड सुरक्षा को दर्शाता है

आरोग्य सेतु एप में हरे और पीले रंग का कोड कोरोना के रिस्क के लेवल को दर्शाता है। यदि आपको ग्रीन में दिखाया जाता है यानि कि ‘आप सुरक्षित हैं’। लेकिन, आपको कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्‍टेंसिंग को बरकरार रखना चाहिए।

7. पीला कोड खतरे से अवगत करता है

ऐप में यदि आपको पीले कोड में दिखाया जाता है तो इसका मतलब है कि आप खतरे में हैं। कोरोना से बचाव के लिए आपको हेल्‍पलाइन को जरूर संपर्क करना चाहिए।

8 सेल्‍फ एसेसमेंट टेस्‍ट भी दे सकते हैं

आप ‘सेल्‍फ एसेसमेंट टेस्‍ट’ फीचर को भी आरोग्‍य सेतु एप में यूज़ में ले सकते हैं। इसके लिए आपको दिए गए ऑप्‍शन को दबाना होगा और इसके बाद एप चैट विंडो ओपन होगी। अब इसमें यूजर की हैल्थ से संबंधित कुछ सवाल पूछे जाएंगे जिसका उत्तर उसे देना होगा।

9. हेल्‍पलाइन नंबर की जानकारी 

हेल्‍पलाइन नंबर की जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको कोविड-19 हेल्‍थ सेंटर्स बटन को दबाना होगा। इसके अलावा आपको अपने शहर की लोकेशन तक पहुंचने के लिए नीचे की तरफ स्‍क्रॉल करना होगा।

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