अगर आपको रात में पेशाब के लिए बार-बार उठना पड़ता है, तो उन व्यक्तियों को अपने भोजन में से खाने की मात्रा बहुत कम कर देनी चाहिए। इस समस्या को नौक्चुरिया के नाम से जाना जाता है। अधिकतर इस समस्या से पीडि़त 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग ही होते है। इससे पीडि़त लोगों की नींद खराब होती है और लोगों का जीवन भी प्रभावित होता है। 300 से अधिक लोगों पर एक सर्व किया गया। इसमें पाया गया कि जिन्होंने नमक की मात्रा को कम किया उन्हें रात में बार बार पेशाब करने की समस्या से भी निजात मिल गई। सही आहार से इस समस्या के लक्षण को कम किया जा सकता है।
जो ज़्यादा नमक खाते हैं उन मरीजों पर तीन महीने तक निगरानी रखी गई कि वे नींद की समस्या से पीडि़त हैं। उनसे कहा गया कि वे अपने आहार में नमक की कटौती करें। जिन्होंने ऐसा किया उनमें बार-बार पेशाब करने की आदत कम हुई। जो रात में दो बार से ज़्यादा पेशाब करते थे वे एक बार तक ही रूक गए। इसका असर दिन में भी साफ दिखा और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ। इस स्टडी में 98 लोगों को जरूरत से ज्यादा नमक खिलाया गया था और इसका असर ठीक उलटा दिखा। ये रात में कई बार पेशाब करने के लिए उठे।
50 की उम्र के बाद आधे से ज़्यादा पुरुषों और महिलाओं को रात में ब्लैडर खाली करने के लिए नींद खऱाब करनी पड़ती है। यह सामान्य तौर पर ज़्यादा उम्र के लोगों में आम समस्या है। इनमें से ज़्यादातार लोग कम से कम दो बार ज़रूर जागते हैं। ब्रेड और अनाज के नाश्ते में जितना आप सोचते हैं उससे ज्यादा नमक होता है। बेकन, हैम, चीज़, क्रिस्प्स और पास्ता चटनी में भी ज्यादा नमक होता है। जब आप कोई भी प्रोसेस्ड फूड खरीदें तो पैकेट पर प्रति 100 ग्राम में कितना नमक है इसे ज़रूर देखें। अत: इन वस्तुओं से जितना परहेज किया जाये उतना स्वास्थ के लिए बेहतर होगा।
from हेल्थ – Navyug Sandesh http://bit.ly/2F06g7S
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