जैसा की हम सभी जानते है की स्वास्थ्य ही जीवन है। इस बात को हर कोई जानता और अच्छे से समझता भी है। लेकिन कई बार जानकारी के अभाव में हम अपने हेल्थ को लेकर बहुत ज्यादा लापरवाह हो जाते हैं। रोजमर्रा के जीवन में सबसे ज्यादा जरुरी है भोजन। लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है भोजन करने का तरीका। भोजन करने के तरीके में अगर थोड़ा भी फेरबदल हो जाए तो हमारे स्वास्थ्य पर इसका बहुत हीं ज्यादा बुरा असर पड़ता है।
भोजन के अहम नियमों में से सबसे अहम नियम होता है, भोजन के बाद का. कुछ ऐसी चीजें हैं जो भोजन के बाद करने से हमारे शरीर में जहर के समान कार्य करता है खाने के बाद पानी पीना बहुत ही ज्यादा हानिकारक होता है। आयुर्वेद के अनुसार भोजन के बाद पानी पीना जहर के समान है। पानी तुरंत पीने से उसका असर पाचन क्रिया पर पड़ता है। हम जो भोजन करते है वह नाभि के बाये हिस्से में स्थित जठराग्नि में जाकर पचता है। जठरआग्नि एक घंटे तक खाना खाने के बाद बहुत प्रबल रहती है।
आयुर्वेद के मुताबिक जठर की अग्नि से ही खाना पचता है। अगर हम तुरंत पानी पी लेते है तो खाना पचने में काफी दिक्कत होती है। इसलिए आयुर्वेद ने खाने और पानी पीने में यह अंतर रखा है। पानी पीने से जठराग्नि समाप्त हो जाती है ‘जो कि भोजन के पचने के बाद शरीर को मुख्य ऊर्जा और प्राण प्रदान करती है’। इसलिए ऐसा करने से भोजन पचने के बजाय गल जाता है। ऐसा करने से ज्यादा मात्रा में गैस और एसिड बनता है और एक दुष्चक्र शुरू हो जाता है। महर्षि वाघभट्ट ने 103 रोगों का जिक्र किया है जो भोजन के तुरंत बाद पानी पीने से होते हैं।
खाना खाने के लगभग पौन घंटे या एक घंटे के बाद पानी पीना उचित होता है। इस दौरान जठरआग्नि अपना काम कर चुकी होती है। अगर हम पानी खाने के तुरंत बाद पी लेते है तो वह मंद पड़ जाती है जिससे खाना ठीक से नहीं पचता है। आयुर्वेद में सुबह के वक्त खूब पानी पीना, खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना सेहत के अचूक नुस्खों में से एक है जो दीर्घायु जीवन की आधारशिला रखते है।
from हेल्थ – Navyug Sandesh http://bit.ly/2M95jhT
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